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माँ

माँ का दिल जब रोता है,

धरती भी साथ में रोती है।

माँ जब गुस्से में होती है,

तो हल्का सा रो देती है।

उस घर में खुशहाली है,

जीस घर में माँ खुश होती है।

माँ जननी है,माँ ईश्वर है,

माँ हीं मेरी परमेश्वर है।

मै जहाँ भी जाऊँ,माँ को लेकर,

अपने दिल में चलता हूँ।

दिल में जब होती है माँ,

तो दुनीया मेरी मुट्ठी में॥

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